जीएसटी कर की एक नई व्यवस्था है , और इसे लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के प्रश्न होते हैं , जैसे कि- ➤जीएसटी नंबर क्या होता है ? ➤जीएसटी ...
जीएसटी कर की एक नई व्यवस्था है, और इसे लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के प्रश्न होते हैं, जैसे कि-
➤जीएसटी नंबर क्या होता है?
➤जीएसटी स्टेट कोड क्या है?
➤जी.एस.टी.आई.एन (GSTIN) क्या है?
➤जीएसटी नंबर में शामिल 15
अंक क्या प्रदर्शित करते हैं?
➤जीएसटी पंजीकरण संख्या
क्या है?
➤जीएसटी नंबर वेरीफाई कैसे करें या जीएसटी नंबर चेक करना?
जिससे यह पता लगाया जा सके कि दिया गया जीएसटी नंबर सही है, अथवा गलत है, इसके साथ ही व्यक्ति अपना जीएसटी स्टेटस भी चेक कर सकता है, और जान सकता है की, उसके टैक्स प्रैक्टिशनर द्वारा उसकी रिटर्न नियमित दाखिल की जा रही है, अथवा नहीं।
इस प्रकार हम अपनी और दूसरे की जीएसटी की जांच कर सकते हैं, और जीएसटी नंबर को चेक करके यह भी जान सकते हैं कि, यह जीएसटी वैध है, अथवा अवैध है, एक्टिव है, अथवा कैंसिल है, यदि कैंसिल है, तो किस तिथि से कैंसिल है, आदि।

जीएसटी नंबर क्या होता है, जीएसटी स्टेट कोड क्या है?
जब भी कोई व्यक्ति जीएसटी
में रजिस्ट्रेशन लेता है, तो उसे जीएसटी नंबर मिलता है, इसे ही जीएसटी पंजीकरण संख्या
अथवा जी.एस.टी.आई.एन - गुड्स एंड सर्विस आईडेंटिफिकेशन नंबर (GSTIN - Goods and Service Tax
Identification Number) कहा जाता
है। यह 15 अंको का एक नंबर होता है, 15 अंकों के GSTIN में-
➤पहले 2 अंक राज्य का कोड या जीएसटी स्टेट कोड होते हैं।
➤अगले 10 अंक व्यक्ति या व्यावसायिक फर्म
का पैन नंबर हैं।
➤तेरहवां अंक एक ही पैन के तहत एक राज्य के भीतर फर्म द्वारा किए गए पंजीकरणों की संख्या पर आधारित होता है।
विशेष- कोई भी फर्म एक राज्य में एक पैन के अंतर्गत 35 पंजीयन ले सकती है। जीएसटीएन का 13 वां अंक यह दर्शाता है कि, उस पैन के अंतर्गत उस राज्य में इस फर्म के कितने पंजीयन हैं, जैसे कि यदि 13 वां अंक 4 है तो इसका अर्थ है कि, इस पैन पर, इस राज्य में 4
9 अंक के
बाद A से Z तक के 26 अल्फाबेट आ जाते हैं। इस प्रकार 9 और 26 मिलाकर कुल 35 रजिस्ट्रेशन को जीएसटी नंबर में
दिखाया जाता है, उदाहरण के लिए यदि किसी राज्य में एक पैन पर
12 पंजीयन ले गए हैं, तो 13 वां अंक “C” होगा (9+3)।
➤चौदहवाँ अंक डिफ़ॉल्ट रूप से "Z" अक्षर होता है।
त्रुटियों का पता लगाने
के लिए अंतिम अंक को चेक कोड कहा जाता है, और इसे किसी भी संख्या अथवा A से
Z तक के अल्फाबेट से दर्शाया जा सकता है।
जीएसटी रजिस्ट्रेशन स्टेटस को कैसे चेक करे -
कोई व्यक्ति किसी जीएसटी
पंजीकरण संख्या अथवा जीएसटी रजिस्ट्रेशन स्टेटस को किस प्रकार चेक कर सकता है? अर्थात की यदि आपके पास कोई
जी.एस.टी.आई.एन (GSTIN) है, तो जीएसटी
नंबर की चेकिंग किस प्रकार की जा सकती है? जिससे यह देखा जा
सके कि जीएसटी नंबर सही है, अथवा गलत है, इसके साथ ही व्यक्ति अपना जीएसटी स्टेटस भी चेक कर सकता है।
इस प्रकार हम अपनी और
दूसरे के जीएसटी स्टेटस की जांच कर सकते हैं, और जीएसटी नंबर को चेक करके यह भी जान सकते हैं कि
यह जीएसटी वैध है, अथवा अवैध है, एक्टिव
है, अथवा कैंसिल है, यदि कैंसिल है,
तो किस तिथि से कैंसिल है, आदि।
ऐसी कई फर्में हैं जो केवल अतिरिक्त पैसे वसूलने और GST नियमों के तहत करों से बचने के लिए अमान्य और नकली GSTIN नंबर का प्रयोग करतें हैं।
GST नियमों के अनुसार,
अपने ग्राहकों से जीएसटी वसूलने वाले प्रत्येक सेवा
प्रदाता/व्यापारी को अपने द्वारा जारी सभी बिल / इन्वाईस पर अपना जीएसटी नंबर
प्रिंट करना होगा।

GSTIN की वैधता की जांच आसानी से की
जा सकती है। इसके जांच नीचे दिए गए तरीके से की जा सकती है-
➤जीएसटी पोर्टल https://www.gst.gov.in/ पर जाएं।
➤ऊपर मेनू बार में "Search Taxpayer" विकल्प
दिखाई देगा।
➤Search Taxpayer पर क्लिक करे, वहां तीन आप्सन दिखतें है-
Search by GSTIN / UIN
Search by PAN
Search Composition
Taxpayer
➤Search by GSTIN / UIN पर क्लिक करें और दिये गए स्पेस में GSTIN टाइप करें,
या ध्यान रखें कि GSTIN कैपिटल लेटर में ही
टाइप होगा, इसके पश्चात कैप्चा कोड दर्ज करें।
➤यदि GSTIN वैध है तो उसकी डिटेल सामने आ
जायेगी, पोर्टल पर निम्न विवरण
उपलब्ध हैं-
➧Legal name of business- पैन कार्ड में दर्ज व्यक्ति या फर्म का नाम।
➧Trade name- फर्म का ट्रेड नेम, यह लीगल नाम भी हो सकता है या
उससे अलग हो सकता है।
➧Effective date of
registration- यह वह तिथि है जिस दिन से रजिस्ट्रेशन मान्य
है।
➧GSTIN / UIN status- इसमें दो स्टेटस आते हैं एक्टिव या कैंसिल।
➧Taxpayer type- यहां पता चलता है कि टैक्स पेयर रेगुलर टैक्स पेयर है या कंपोजीशन में है।
➧Administrative office-
फर्म जिस कार्यालय के क्षेत्राधिकार में होती है, यहां उस कार्यालय का नाम होता है।
➧Other office- फार्म जिस कार्यालय के क्षेत्राधिकार में होती है, उसके
समानांतर जो अन्य कार्यालय राज्य या केंद्र का होता है यहां उस कार्यालय का नाम होता है।
➧Principal place of
business- यहां फर्म के मुख्य व्यापार स्थल का पता होता है।
➧Weather Aadhar
authenticated- यहां पता चलता है कि फर्म का आधार
ऑथेंटिकेशन हुआ है, अथवा नहीं।
➧Weather E-KYC
verified- यहां फर्म के ई-केवाईसी
वेरीफिकेशन होने या ना होने का पता चलता है।
➧Nature of core business
activity- फर्म माल की सप्लाई
करती है अथवा सेवाओं की।
➧Nature of business
activity- Factory / manufacturer / other.
➧Dealing in goods and
service- यहां फर्म जिन वस्तुओं / सेवाओं में कार्य करती है
उनका नाम और HSN कोड आता है।
➧Show filing table- Show
filing table टेबल पर क्लिक करके हम यह जान सकते हैं कि फर्म के
रिटर्न फाइलिंग का स्टेटस क्या है, अर्थात किस माह में किस
तिथि को फर्म के द्वारा रिटर्न (GSTR-3B, GSTR-1, GSTR-9) फाइल
की गई है, यहां उसकी पूरी डिटेल आ जाती है।
विशेष- इस सुविधा का प्रयोग करने
के लिए जीएसटी में पंजीकृत होने की आवश्यकता नहीं है, कोई भी व्यक्ति बिना लॉगइन के इस
पोर्टल पर जाकर किसी भी व्यक्ति के GSTIN की जांच कर सकता है, और
यदि वह स्वयं रजिस्टर्ड है, तो वह अपना स्टेटस और रिटर्न फाइलिंग की स्थिति देख सकता है।
विशेष- इस पोर्टल पर पूरे भारत
में जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत किसी भी व्यक्ति की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
➤यदि दर्ज किया गया GSTIN अमान्य है, तो वेबसाइट "त्रुटि" कहते हुए एक संदेश प्रदर्शित करेगी।
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